लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 में से 28 सीटें जीत कर मध्यप्रदेश में कांग्रेस का लगभग सूपड़ा साफ कर दिया। सीएम कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ की जीत के साथ कांग्रेस केवल एक सीट (छिंदवाड़ा) निकाल पाई। सत्ता में रहते हुए प्रदेश में कांग्रेस की शर्मनाक हार हुई, वहीं 28 जीती सीटों में से एक सीट पर भाजपा की जीत, कांग्रेस के लिए राहत लेकर आई है। वह सीट है रतलाम-झाबुआ लोकसभा क्षेत्र, जहां से सांसद निर्वाचित हुए जीएस डामोर को अब विधायक पद से इस्तीफा देना होगा। इससे कांग्रेस प्रदेश में स्पष्ट बहुमत वाली सरकार हो जाएगी।
मध्यप्रदेश में भाजपा की जीत से कांग्रेस को राहत, इस विधायक के सांसद बनने से मिली 'संजीवनी'
उपचुनाव होने तक राहत, समर्थन की जरुरत नहीं
इस सीट पर उपचुनाव होने तक कांग्रेस के लिए राहत बनी रहेगी। ऐसे हालात में कांग्रेस सरकार को बाहर से किसी के समर्थन की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह 115 विधायकों के साथ बहुमत में होगी और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सुरक्षित बची रहेगी। ऐसे में भाजपा नेताओं के उस दावे को झटका लगने वाला है, जिनमें कांग्रेस सरकार के अल्पमत में होने का आरोप लगाया जा रहा था।